Saturday, January 5, 2013

इच्छा शक्ति


मैं भी लोगो की तरह अपने विचार व्यक्त करना चाहता हू.मैंने लोगो के बहुत सारे लोगो के विचार पढ़े हैं ,कुछ व्यक्त करने से पहले उस विषय का टोपिक पता होना चाहिए . मेरा टोपिक है इंसान की इच्छाएं ज़रुर पूरी होती हैं. थोडा टाइम जरुर लगता है.ये भी सच है की हमें हर चीज़ की कीमत चुकानी पड़ती है.कहते हैं की ऊपर वाला जो करता है सब कुछ नाप लोख कर करता है. इसके पीछे हमारी योग्यता छुपी हुई होती है.अर्थात हमें उस लायक बनना पड़ता है.कहते हैं भिखारी है वह मर्सिदिज में घूमने का सपना देखता है . तो क्या उसकी इच्छा पूरी होगी नहीं. क्योंकि वो सके योग्य नहीं है, उसके लिए उसे उस प्रकार का कठिन श्रम करना पड़ेगा.जिस प्रकार की वो इच्छा रखता है. क्योकि इच्छाएं एक दूसरे से जुडी हुई होटी हैं. मैंने एक किताब the power of positive thinking में पढ़ा था . हम जैसा सोचते हैं वैसा बन जाते हैं . जैसी सोच वैसा आदमी. हम जो सोचते हैं उसी तरह के मानसिक तरंगे हमारे चारो तरफ वातावरण में फ़ैल जाते हैं.और उसी तरह की ऊर्जा का निर्माण हो जाता है.और यदि मनुष्य अपनी द्रिंह इच्छा शक्ति से यदि अपने अपने विचार पर कायम रहता है तो उसकी सोच उसकी कार्य में बदल जाना सुरु हो जाते . और यह कार्य जब परवान चढ़ता है तो इंसान अपने टारगेट हो प्राप्त करता चला जाता है.

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